माओवाद युग के अंत की शुरुआत : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस


– शीर्ष नेता ‘भूपति’ सहित 61 माओवादियों का मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आत्मसमर्पण
– मुख्यमंत्री ने गढ़चिरोली पुलिस को 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया
The गडविश्व
गढ़चिरोली, 15 : केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से माओवादी केंद्रीय समिति के कई कुख्यात वरिष्ठ सदस्यों सहित कुल 61 माओवादी कैडरों ने सशस्त्र आत्मसमर्पण किया। “यह माओवाद के अंत की शुरुआत है, और अब वह दिन दूर नहीं जब महाराष्ट्र से माओवाद 100 प्रतिशत समाप्त होगा,” ऐसा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई का नेतृत्व गढ़चिरोली जिला कर रहा है, जो पूरे महाराष्ट्र के लिए गर्व का विषय है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में गढ़चिरोली में साढ़े पांच करोड़ रुपये से अधिक इनाम घोषित माओवादी सर्वोच्च नेता भूपति उर्फ मल्लोजुल्ला वेणुगोपालराव सहित केंद्रीय समिति के दो डीकेएसजेडसी सदस्य, 10 डिवीजन कमिटी स्तर के वरिष्ठ कैडरों समेत कुल 61 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया।
इन सभी ने 54 अग्निशस्त्रों और माओवादी गणवेश के साथ मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। सभी आत्मसमर्पितों का स्वागत मुख्यमंत्री ने संविधान की प्रति देकर किया और लोकतांत्रिक मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला, राज्य गुप्तवार्ता आयुक्त शिरीष जैन, विशेष कार्यवाहक अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. छेरिंग दोरजे, विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटिल, जिलाधिकारी अविष्यंत पांडा, विधायक डॉ. मिलिंद नरोटे, पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, जिलाध्यक्ष नीलोत्पल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल उप महानिरीक्षक अजय शर्मा, तथा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुहास गाडे सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे।

ऐतिहासिक आत्मसमर्पण – नया इतिहास रचा गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 40 वर्ष पूर्व अहेरी और सिरोंचा क्षेत्र में ‘भूपति’ जैसे शीर्ष माओवादी नेता ने नक्सली आंदोलन की नींव रखी थी। आज उसी नेता ने 61 साथियों सहित आत्मसमर्पण किया है – “यह देश के इतिहास की एक बहुत बड़ी घटना है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तर गढ़चिरोली से माओवाद पहले ही समाप्त किया जा चुका है, और आज के आत्मसमर्पण के साथ दक्षिण गढ़चिरोली भी माओवादी प्रभाव से मुक्त हो रहा है।
उन्होंने शेष बचे 8-10 माओवादियों से भी मुख्यधारा में आने का आवाहन करते हुए कहा कि “यदि वे आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।”

“समानता केवल संविधान से” – मुख्यमंत्री फडणवीस

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 40 वर्षों से दंडकारण्य क्षेत्र में माओवाद के कारण विकास ठप पड़ा था। ‘पीपल्स वॉर ग्रुप’ ने युवाओं को भ्रमित कर व्यवस्था के विरुद्ध खड़ा किया, परंतु “समानता और न्याय केवल डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा रचित संविधान से ही संभव है” – यह अब माओवादियों को समझ में आने लगा है, इसलिए वे मुख्यधारा में लौट रहे हैं।

आत्मसमर्पण नीति और पुनर्वास की गारंटी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
“हम आत्मसमर्पितों का पुनर्वास तब तक जारी रखेंगे जब तक हर व्यक्ति सम्मानपूर्वक जीवन न जीने लगे,” उन्होंने आश्वासन दिया।
अब तक आत्मसमर्पण करने वालों को औद्योगिक प्रशिक्षण व रोजगार के अवसर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज आत्मसमर्पण करने वाले 61 माओवादियों को पुनर्वास हेतु कुल 3 करोड़ 1 लाख 55 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई है।

केंद्र सरकार की रणनीति

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा तैयार की गई माओवाद समाप्ति रणनीति की सराहना की।
उन्होंने कहा कि 2026 तक देश से माओवाद पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है – “अब माओवादी या तो आत्मसमर्पण करें या पुलिस कार्रवाई का सामना करें, यही दो विकल्प हैं।”

गढ़चिरोली पुलिस को 1 करोड़ का इनाम

मुख्यमंत्री ने गढ़चिरोली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व बल के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि “इनकी सतत मोहिमों से माओवादियों की भर्ती बंद हुई और विकास की धारा बहने लगी।”
इस उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्होंने गढ़चिरोली पुलिस बल को 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की।
साथ ही उन्होंने आने वाले दो वर्षों तक सतर्क रहने और जनता का विश्वास बनाए रखने का संदेश दिया।

विकास और रोजगार की दिशा में कदम

मुख्यमंत्री ने बताया कि गढ़चिरोली अब उद्योग निवेश का केंद्र बन रहा है – “यह जिला जल्द ही स्टील मैग्नेट बनेगा।”
उन्होंने कहा कि यहां निवेश करने वालों को 90 प्रतिशत स्थानीय युवकों को रोजगार देने की शर्त पर ही अनुमति दी जाएगी।
लगभग 1 लाख युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए 5 करोड़ पेड़ लगाने का संकल्प लिया गया है और गढ़चिरोली को “देश का ग्रीन स्टील हब” बनाने की योजना है।

जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि वर्ष 2021 से अब तक 140 माओवादी गिरफ्तार, 81 ने आत्मसमर्पण किया और 93 माओवादी मुठभेड़ में मारे गए हैं।
कार्यक्रम के अंत में नक्सल पीड़ित परिवारों को धनराशि वितरित की गई। अपर पुलिस अधीक्षक एम. रमेश ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।


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