गढ़चिरौली पुलिस बल ने किया एक कट्टर माओवादी को गिरफ्तार



– महाराष्ट्र सरकार ने गिरफ्तारीपर कुल १६ लाख रुपयों का इनाम घोषित किया था
The गडविश्व
गढ़चिरौली, १४ अक्टूबर : गढ़चिरौली जिले को माओवादी प्रभावित जिले के रूप में जाना जाता है। माओवादी यहां सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, पुलिस बलों पर हमला कर उनके हथियार लूटना, सड़क और अन्य सरकारी कार्यों में बाधा डालना और आगजनी जैसे देश विरोधी हरकतें करते है। गढ़चिरौली पुलिस बल हमेशा माओवादियों की इन देशविरोधी गतिविधियों का मुकाबला करती है और उन्हें रोकती है।
१४ अक्टूबर २०२३ को कट्टर माओवादी चैनूराम उर्फ सुक्कू वत्ते कोरसा, उमर (४८) साल, निवासी. टेकामेटा, जिला. नारायणपूर (छ.ग.) यह गढचिरौली जिले के सिमावर्ती क्षेत्र के कांकेर (छ.ग.) सिमा के नजदीकी पोस्ट जारावंडी और पोस्ट पेंढरी (म.रा.) इन दोनों पोलीस ठानोंपर घात लगाकर हमला करने के उद्देश्य से टोह लेने आ रहा है, ऐसी मिली गोपनीय खबर के आधार पर गढचिरौली पुलिस के सी – ६० जवानों ने जारावंडी से सोहगांव जानेवाले मार्ग पर कुरमावड़ा फाटा के पास नक्षलविरोधी अभियान चलाकर उसे गिरफ्तार किया। उसे वर्ष २०२३ में हिक्केर के जंगल क्षेत्र में पुलिस-माओवादीयो मे हुई मुठभेठ अनुसार पोस्ट एटापल्ली जि. गढ़चिरौली मे दर्ज मु. क्र. 0013/2023 धारा 307, 353, 143, 148, 149, 120 (बी) भादवि, 3/25, 5/27 भारतीय शस्त्र अधिनियम, 3, 4 भारतीय विस्फोटक अधिनियम, 135 महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम एवं 13, 16, 18 (ए) यूएपीए एक्ट के तहत अपराध मे गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार माओवादी सदस्य के बारे में जानकारी :

नाम चैनूराम उर्फ सुक्कू वत्ते कोरसा इसका दलम में कार्यकाल देखा जाए तो ये २६ जून २००० को पर्लकोटा दलम में सदस्य के रूप में शामिल होकर साल २००२ तक काम किया। २००२ में एसीएम पद पर पदोन्नती होकर साल २००३ तक काम किया। २००३ में डीव्हीसीएम पद पर पदोन्नत होकर साल २०१४ तक माड डिवीजन में काम किया। २०१४ में डिव्हीसीएम पदसे पदावनत कर दिया गया और सप्लाय टीम/स्टाफ टीम में एसीएम के रूप में काम किया।
सप्लाई टीम/स्टाफ टीम में तारिख २६ नवम्बर २०१६ को पुन: डीव्हीसीएम के पद पर पदोन्नत किया गया और आज तक सप्लाई टीम/स्टाफ टीम में डिप्टी कमांडर के रूप में काम किया। इसने अपने कार्यकाल के दौरान ०७ मूठभेड, १ खुन किया। २००३ में पुंगड़ (छत्तीसगढ़) वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में शामिल।
२००९ में बालेवाड़ा (छत्तीसगढ़) वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में शामिल। २००९ में मौजा बाशिंग (छ.ग.) के जंगल क्षेत्र में हुई मुठभेड़/घात लगाकर किये गये हमले में शामिल। २०१० में गरपा (छत्तीसगढ़) वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में शामिल। २०११ में कोल्हार (छत्तीसगढ़) वन क्षेत्र में हुई मुठभेड/घात लगाने में शामिल। मई २०२० में वह मौजा पोयारकोठी वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में शामिल था। जिसमें गढ़चिरौली पुलिस बल के एक पुलिस उपनिरीक्षक और एक पुलिस जवान शहीद हुए थे । २०२३ में हिक्केर (म.रा.) वन क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में शामिल था। २०१० में कोंगल, जिला. नारायणपुर (छत्तीसगढ़) में एक मासूम इन्सान की हत्या में शामिल था।
महाराष्ट्र सरकार ने चैनूराम उर्फ सुक्कू वत्ते कोरसा की गिरफ्तारी पर कुल १६ लाख रुपये का इनाम घोषित किया था ।
गढ़चिरौली पुलिस बल के प्रभावी अभियान के कारण गढ़चिरौली पुलिस बल ने जनवरी २०२२ से अब तक कुल ७१ माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उक्त कार्यवाही मा. पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल सा., अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुज तारे सा., अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) कुमार चिंता सा., अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अहेरी यतीश देशमुख सा. के मार्गदर्शन में कि गई। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने माओवादियों से अपील की है की, वे माओवाद का हिंसक रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर सम्मानजनक जीवन बिताए।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Don`t copy text!